किसी भी व्यक्ति को गाली देने से पहले उस व्यक्ति को ढंग से समझिए ! विश्व इतिहास में ऐसा दूसरा व्यक्ति नहीं हुआ जिसने अपने जीवन की सारी कमियों को अपनी कथा में उधेड़ कर रख दिया हो ! एक मनुष्य के रूप में गांधी को जानने समझने के लिए स्वयं उनका लिखा साहित्य पढ़ें । वैसा ईमानदार लेखन उनके अतिरिक्त कौन कर सका, मैं जानना चाहती हूं ! उनकी ग़लती यह कि वे मनुष्य मात्र को प्रेम से बदलने में भरोसा करते थे वे ठगे गए । सत्तालोलुप इस संसार में सत्ता प्राप्ति के अतिरिक्त किसी के सगे नहीं होते। इस खडयन्त्र में केवल गांधी ही नहीं इस देश के सभी शूरवीर, संन्यासी, क्रांतिकारी सब चूके हैं । वह जो हिन्दू मुसलमान एकता के पक्षधर थे और हिन्दू मुसलमान सबकी भलाई चाहते थे जब बात सत्ता की आई तो उन्होने गाँधी एवम गाँधीवाद को की भी परवाह नही की ।
किसी भी व्यक्ति को गाली देने से पहले उस व्यक्ति को ढंग से समझिए ! विश्व इतिहास में ऐसा दूसरा व्यक्ति नहीं हुआ जिसने अपने जीवन की सारी कमियों को अपनी कथा में उधेड़ कर रख दिया हो !
एक मनुष्य के रूप में गांधी को जानने समझने के लिए स्वयं उनका लिखा साहित्य पढ़ें । वैसा ईमानदार लेखन उनके अतिरिक्त कौन कर सका, मैं जानना चाहती हूं !
उनकी ग़लती यह कि वे मनुष्य मात्र को प्रेम से बदलने में भरोसा करते थे वे ठगे गए । सत्तालोलुप इस संसार में सत्ता प्राप्ति के अतिरिक्त किसी के सगे नहीं होते।
इस खडयन्त्र में केवल गांधी ही नहीं इस देश के सभी शूरवीर, संन्यासी, क्रांतिकारी सब चूके हैं । वह जो हिन्दू मुसलमान एकता के पक्षधर थे और हिन्दू मुसलमान सबकी भलाई चाहते थे जब बात सत्ता की आई तो उन्होने गाँधी एवम गाँधीवाद को की भी परवाह नही की ।
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