14 वर्ष तक इलाहाबाद मे शिक्षिका के रूप मे अपनी सेवा देते हुए युवा प्रियंवदा पाण्डेय ने प्रत्यक्ष रूप से महादेवी वर्मा को गाँव की बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को साफ-सफाई से रहने हेतु समझाते हुए देखा था !
शिक्षा के लिए बेटियों को प्रेरित करते हुए देखा था !
यही वजह रही की महादेवी वर्मा द्वारा साहित्य के साथ-साथ सामाजिक सरोकार से जुडकर किए गए कार्यों से प्रियंवदा काफी प्रभावित हुई थी ॥
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