लेखक परिचय 2
विस्तार से लेखक परिचय :
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लेखिका सुश्री भारद्वाज अर्चिता का जन्म 1 मार्च सन 1981 को उत्तर प्रदेश स्थित गोरखपुर जिले के एक पारम्परिक शिक्षित परिवार मे हुआ ! इनकी माता का नाम श्रीमती सावित्री पाठक एवम पिता का नाम श्री ब्रह्मदेव पाठक है !
बाल रचनाकार के रूप मे इनका लेखन कार्य अपने शहर के समाचार पत्र- पत्रिका से 13-14 वर्ष की छोटी उम्र मे आरम्भ हुआ !
हिंदी, अंग्रेजी विषय में स्नातक, हिंदी साहित्य मे परास्नातक एवम पत्रकारिता मे स्नातक ( Bachelor of Journalism ) की पढ़ाई पूरी होने के बाद 3 जुलाई वर्ष 2007 मे नौकरी हेतु दैनिक जागरण परिवार गोरखपुर से जुडी, साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित देश भर की अनेक पत्र - पत्रिका में स्तम्भकार के तौर पर लेखन कार्य करती है !
नई दिल्ली से निकलने वाली पत्रिका “भारतीय धरोहर” मे ब्यूरो चीफ के पद पर कार्यरत रहते हुए भारत की ऐतिहासिक विरासत पर अपने विशेष स्तंभ लेखन (Special Column writing ) के तहत इनके अनेक स्तम्भ को पांच हजार से भी ज्यादा पाठकों द्वारा पढ़े एवम स्वस्थ कमेन्ट दिए जाने के कारण पत्रिका की तरफ से वर्ष का सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला स्तम्भ घोषित करते हुए इन्हे सम्मानित किया गया !
दिसम्बर 2018 मे पांच राज्यों के चुनाव परिणाम पर इनकी समीक्षा देश के कई पत्र - पत्रिका ने अपने यहाँ पब्लिश किया, मध्य प्रदेश से चलने वाले “Khabar Digital Channel” ने इसे प्रथम स्थान दिया था !
पिछले कुछ वर्षो से भारद्वाज अर्चिता लेखक विभांशु जोशी के साथ मिलकर संयुक्त रूप से विभिन्न विषय पर लेखन कार्य कर रही है ! वर्तमान मे श्री जोशी एवम अर्चिता अपने स्माइली लाइव क्रिएशन्स के तहत मातृशक्ति, एवम नारी शक्ति को समर्पित किताब पर लेखन कार्य कर रहे हैं !
लेखक के तौर पर हिन्दी साहित्य की अनेक विधा पर लेखकन कार्य, वरिष्ठ पत्रकार, सोशल ब्लॉगर, कवयित्री के रूप मे स्थापित अर्चिता अपनी कलम का माध्यम युवा उन्नति, नारी सशक्तिकरण, बच्चो का विकास देश का किकास, बेटी के विकास, बेटी की सुरक्षा, बेटी की शिक्षा से सुनिश्चित हो राष्ट्र की विकास गति जैसे विषय पर लेखन कार्य कर रही है !!
इनसे सम्पर्क का माध्यम :
मोबाईल नम्बर : 9919353106
email id architaved@gmail.com
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