लिवर व्यक्ति के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि में से एक होती है. यह शरीर के लिए महत्वपूर्ण नहीं बल्कि अतिमहत्वपूर्ण है, इसे अगर शरीर का इंजन कहें तो यह बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. शरीर का चलना या बंद पड़ जाना लिवर पर ही निर्भर करता है. इसलिए किसी भी हालत में इसे स्वस्थ्य रखना बेहद जरूरी होता है ! लिवर हमारे शरीर में ब्लड को रिफाइन करता है और विषैले पदार्थों को शरीर खून में घुलने से रोकता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली के साथ ही अपने खाने-पीने का भी विशेष ध्यान रखें और अगर आप फैटी और लिवर में सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं तो खाने या खाना बनाते समय कुछ खास मसालों को जरूर शामिल करें ! हल्दी हल्दी वैसे भी इंडियन फूड की शान होती है. इसके इस्तेमाल से खाने का रंग ही निखर जाता है. वहीं यह शरीर के लिए भी काफी स्वास्थ्यकारी होती है. इसके इस्तेमाल से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ अलग हो जाते हैं और यह हेपेटाइटिस के खतरे को भी कम करती है. इसमें मौजूद एंटीबायोटिक गुण लिवर को स्वस्थ्य बनाता है और इसकी सूजन भी कम करता है! ग्रीन टी कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि ग्रीन टी सिर्फ आपको स्वस्थ्य नहीं बनाती, बल्कि फैटी लिवर से संबंधित सभी बीमारियों को भी दूर भगाती है. इसलिए फैटी लिवर से संबंधित उपचार के लिए आप रोजाना ग्रीन टी का सेवन जरूर करें! जीरा भारतीय घरों की रसोई में जीरा न हो यह तो हो ही नहीं सकता. जीरा पाचन से लेकर फैट रिलीजिंग में भी काफी कारगर होता है. वहीं अगर आप फैटी लिवर से परेशान हैं तो आप सुबह जीरे का पानी पीएं, इससे आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा ! कॉफी कॉफी में भरपूर मात्रा में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो लिवर के फैट और सूजन को कम करता है. साथ ही यह फाइब्रोसिस को कम करने में भी काफी कारगर है! अखरोट अखरोट में ओमेगा-3 होता है, जो कई गंभीर बीमारियों से बचाव का रामबाण इलाज है. रोजाना अखरोट का सेवन करने से न सिर्फ लिवर की सूजन कम होती है, बल्कि यह कैंसर के जोखिम को भी कम करता है !

लिवर व्यक्ति के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग और सबसे बड़ी ग्रंथि में से एक होती है. यह शरीर के लिए महत्वपूर्ण नहीं बल्कि अतिमहत्वपूर्ण है, इसे अगर शरीर का इंजन कहें तो यह बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. शरीर का चलना या बंद पड़ जाना लिवर पर ही निर्भर करता है. इसलिए किसी भी हालत में इसे स्वस्थ्य रखना बेहद जरूरी होता है !

लिवर हमारे शरीर में ब्लड को रिफाइन करता है और विषैले पदार्थों को शरीर खून में घुलने से रोकता है. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली के साथ ही अपने खाने-पीने का भी विशेष ध्यान रखें और अगर आप फैटी और लिवर में सूजन की समस्या से जूझ रहे हैं तो खाने या खाना बनाते समय कुछ खास मसालों को जरूर शामिल करें !
हल्दी
हल्दी वैसे भी इंडियन फूड की शान होती है. इसके इस्तेमाल से खाने का रंग ही निखर जाता है. वहीं यह शरीर के लिए भी काफी स्वास्थ्यकारी होती है. इसके इस्तेमाल से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ अलग हो जाते हैं और यह हेपेटाइटिस के खतरे को भी कम करती है. इसमें मौजूद एंटीबायोटिक गुण लिवर को स्वस्थ्य बनाता है और इसकी सूजन भी कम करता है!
ग्रीन टी
कई अध्ययनों में दावा किया गया है कि ग्रीन टी सिर्फ आपको स्वस्थ्य नहीं बनाती, बल्कि फैटी लिवर से संबंधित सभी बीमारियों को भी दूर भगाती है. इसलिए फैटी लिवर से संबंधित उपचार के लिए आप रोजाना ग्रीन टी का सेवन जरूर करें!
जीरा
भारतीय घरों की रसोई में जीरा न हो यह तो हो ही नहीं सकता. जीरा पाचन से लेकर फैट रिलीजिंग में भी काफी कारगर होता है. वहीं अगर आप फैटी लिवर से परेशान हैं तो आप सुबह जीरे का पानी पीएं, इससे आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिलेगा !
कॉफी
कॉफी में भरपूर मात्रा में क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो लिवर के फैट और सूजन को कम करता है. साथ ही यह फाइब्रोसिस को कम करने में भी काफी कारगर है!

अखरोट
अखरोट में ओमेगा-3 होता है, जो कई गंभीर बीमारियों से बचाव का रामबाण इलाज है. रोजाना अखरोट का सेवन करने से न सिर्फ लिवर की सूजन कम होती है, बल्कि यह कैंसर के जोखिम को भी कम करता है !

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“ सब धरती कागद करूँ , लेखनी सब बनराय । सात समुद्र की मसि करूँ , गुरु गुण लिखा न जाय ।” भावार्थ :- यदि सारी धरती को कागज़ मान लिया जाए , सारे जंगल - वनों की लकड़ी की कलम बना ली जाए तथा सातों समुद्र स्याही हो जाएँ तो भी हमारे द्वारा कभी हमारे गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते है ।हमारे जीवन मे हमारे गुरु की महिमा सदैव अनंत होती है अर्ची, गुरु का ज्ञान हमारे लिए सदैव असीम और अनमोल होता है । इस जगत मे बहुत कम ऐसे गुरू हुए है जिनको उनकी अपनी सफलता के साथ साथ ही उनके अपने शिष्य की सफलता से पहचान मिली हो ऐसे ही भाग्यशाली गुरू रहे है “रमाकान्त आचरेकर” जिन्हे पूरी दुनिया सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट कोच “ क्रिकेट गुरू ” के रूप मे जानती है और इसी रूप मे ही सदैव याद भी रखना चाहती है ! ईश्वर के साम्राज्य मे पहुँचने पर आज गुरू आचरेकर का स्वागत नाराण ने निश्चित तौर पर यही कह कर किया होगा “ क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के गुरू रमाकान्त आचरेकर जी आईए आपका स्वागत है !!” दिवंगत आचरेकर जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि !! ================================ Bhardwaj@rchita 03/01/2019

माँ सीता के द्वारा माँ पार्वती स्तुति अयोध्याकाण्ड जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी।। जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनि दुति गाता।। नहिं तव आदि मध्य अवसाना। अमित प्रभाउ बेदु नहिं जाना।। भव भव विभव पराभव कारिनि। बिस्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।। [दोहा] पतिदेवता सुतीय महुँ, मातु प्रथम तव रेख। महिमा अमित न सकहिं कहि, सहस सारदा सेष।।235।। सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायिनी पुरारि पिआरी।। देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।। मोर मनोरथु जानहु नीकें। बसहु सदा उर पुर सबहिं कें।। कीन्हेउँ प्रगट न कारन तेहीं। अस कहि चरन गहे बैदेहीं।। बिनय प्रेम बस भई भवानी। खसी माल मूरति मुसुकानी।। सादर सियँ प्रसादु सिर धरेऊ। बोली गौरि हरषु हियँ भरेऊ।। सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।। नारद बचन सदा सुचि साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा।। [छंद] मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु, सहज सुंदर साँवरो। करुना निधान सुजान सीलु, सनेहु जानत रावरो।। एहि भाँति गौरि असीस सुनि सिय, सहित हियँ हरषीं अली। तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि, मुदित मन मंदिर चली।। [सोरठा] जानि गौरि अनुकूल सिय, हिय हरषु न जाइ कहि। मंजुल मंगल मूल, बाम अंग फरकन लगे।।

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः गुरु ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता) के समान हैं. गुरु विष्णु (संरक्षक) के समान हैं. गुरु प्रभु महेश्वर (विनाशक) के समान हैं. सच्चा गुरु, आँखों के समक्ष सर्वोच्च ब्रह्म है अपने उस एकमात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करती हूँ, कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं !! साभार : भारद्वाज अर्चिता