आइए बात करते है मार्च माह से जुडे कुछ रोचक पहलू पर एवम जानते है 1st मार्च से लेकर 31st मार्च तक मार्च माह की एक - एक तारीख क्या महत्व रखती है देश दुनिया के लिए !

मार्च माह ग्रेगोरी कैलेंडर के अनुसार साल का तीसरा महीना होता है जो कि जनवरी और फरवरी के बाद आता है। इस महीने में दिनों की कुल संख्या 31 होती हैं और मार्च का महीना भी वर्ष के उन 7 महीनों में से एक होता है जिनमें कुल 31 दिन होते हैं !
इस माह के मुख्य दिवस इस प्रकार से हैं :

3 मार्च – राष्ट्रीय रक्षा दिवस
4 मार्च – राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस
4 – 11 मार्च – अंतर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह
7 मार्च – विश्व शतत ऊर्जा दिवस
8 मार्च – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
8 मार्च – अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस
8 मार्च – विश्व सैन्य दिवस
9 मार्च – विश्व गुर्दा दिवस
12 मार्च – विश्व ग्लूकोमा दिवस
13 मार्च – विश्व रोटरेक्ट दिवस
14 मार्च – धूम्रपान निषेध दिवस
15 मार्च – विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस
18 मार्च – विश्व विकलांग दिवस
20 मार्च – आयुध निर्माण दिवस
18 मार्च विश्व गौरैया दिवस
21 मार्च – अंतरराष्ट्रीय रंगभेद उन्मूलन दिवस
21 मार्च – विश्व कविता दिवस
21 मार्च – विश्व वानिकी दिवस
22 मार्च – विश्व जल संरक्षण दिवस
23 मार्च – भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरु का शहीदी  दिवस
23 मार्च – विश्व मौसम विज्ञान दिवस
23 मार्च – राम मनोहर लोहिया जयंती
24 मार्च – विश्व टीवी दिवस
24 मार्च – ग्रामीण डाक जीवन बीमा दिवस
26 मार्च – बांग्लादेश का राष्ट्रीय दिवस
25 मार्च – गणेश शंकर विद्यार्थी का बलिदान दिवस
27 मार्च – विश्व थियेटर दिवस
31 मार्च – वित्तीय वर्ष समाप्त दिवस !
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कलम से :
भारद्वाज अर्चिता
०३/०३/२०१९

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“ सब धरती कागद करूँ , लेखनी सब बनराय । सात समुद्र की मसि करूँ , गुरु गुण लिखा न जाय ।” भावार्थ :- यदि सारी धरती को कागज़ मान लिया जाए , सारे जंगल - वनों की लकड़ी की कलम बना ली जाए तथा सातों समुद्र स्याही हो जाएँ तो भी हमारे द्वारा कभी हमारे गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते है ।हमारे जीवन मे हमारे गुरु की महिमा सदैव अनंत होती है अर्ची, गुरु का ज्ञान हमारे लिए सदैव असीम और अनमोल होता है । इस जगत मे बहुत कम ऐसे गुरू हुए है जिनको उनकी अपनी सफलता के साथ साथ ही उनके अपने शिष्य की सफलता से पहचान मिली हो ऐसे ही भाग्यशाली गुरू रहे है “रमाकान्त आचरेकर” जिन्हे पूरी दुनिया सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट कोच “ क्रिकेट गुरू ” के रूप मे जानती है और इसी रूप मे ही सदैव याद भी रखना चाहती है ! ईश्वर के साम्राज्य मे पहुँचने पर आज गुरू आचरेकर का स्वागत नाराण ने निश्चित तौर पर यही कह कर किया होगा “ क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के गुरू रमाकान्त आचरेकर जी आईए आपका स्वागत है !!” दिवंगत आचरेकर जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि !! ================================ Bhardwaj@rchita 03/01/2019

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गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः गुरु ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता) के समान हैं. गुरु विष्णु (संरक्षक) के समान हैं. गुरु प्रभु महेश्वर (विनाशक) के समान हैं. सच्चा गुरु, आँखों के समक्ष सर्वोच्च ब्रह्म है अपने उस एकमात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करती हूँ, कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं !! साभार : भारद्वाज अर्चिता