मैंने कहा फूलों से
मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला के हँस दिये
और ये कहा जीवन है भाई मेरे भाई हँसने के लिये
हो मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला के हँस दिये
और ये कहा जीवन है भाई मेरे भाई हँसने के लिये
हँसने के लिये
मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला कर हँस दिये
सूरज हँसा तो बिखर बिखर गईं किरनें -2
सूरज हँसा रे किरन किरन चुन कर धरती ये
सज के सुनहरी बन गई रे
मैंने कहा
ओ मैंने कहा सपनों से सजो तो वो मुस्कुरा के सज गये
और ये कहा जीवन है भाई मेरे भाई सजने के लिये
सजने के लिये
मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला कर हँस दिये
ये शाम तो यूँ हँसे जैसे हँसे दुलहन -2
ये शाम तो नीले नीले साँवले अम्बर में
रंग जो गुलाबी लगे भरने
मैंने कहा
ओ मैंने कहा रंगों से छलको तो वो जग ये सारा रंग गये
और ये कहा जीवन है भाई मेरे भाई रंगने के लिये
रंगने के लिये
मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला कर हँस दिये
मौसम मिला वो कहीं एक दिन मुझको -2
मौसम मिला रे मैंने कहा रुको खेलो मेरे संग तुम
मौसम भला रुका जो वो हो गया गुम
मैंने कहा
ओ मैंने कहा अपनों से चलो तो वो साथ मेरे चल दिये
और ये कहा जीवन है भाई मेरे भाई चलने के लिये
चलने के लिये
मैंने कहा फूलों से हँसो तो वो खिलखिला कर हँस दिये -
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