जावित्री

जावित्री के फायदे और नुकसान – Javitri (Mace Spice) Benefits and side effect

जावित्री (Mace Spice – javitri) एक मसाला है जिसका वैज्ञानिक नाम मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस (Myristicafragrans) है। इसे जायफल की जुड़वां बहन के नाम से भी पुकारा जाता है। यह एक सुनहरे रंग का मसाला है जो कड़े छिल्‍के (hard shell) से जायफल को ढकता है। इस मसाले का आयुर्वेद नाम जतिसास्‍य या जतिफाला है और यह कई पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है। जावित्री के फायदे अनिद्रा, खून का जमना (congestion),अस्‍थमा आदि के लिए हैं। जावित्री को पाउडर बनाकर मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है जो कई प्रकार के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्रदान करने में मदद करता है।

जावित्री में पाए जाने वाले पोषक तत्‍व  – Javitri Nutritional Value 

अपने पोषक तत्‍वों के कारण जावित्री को आयुर्वेदिक औषधी के रूप में जाना जाता है। जावित्री में तांबा और आयरन बहुत अच्‍छी मात्रा में होते हैं। जावित्री में विटामिन ए, विटामिन बी 1 ,विटामिन सी, विटामिन बी 2 और कैल्शियम(Calcium), मैग्‍नीशियम, फॉस्‍फोरस, मैंगनीज और जस्‍ता जैसे खनिजों जैसे कई विटामिन अच्‍छी मात्रा में उपलब्‍ध होते हैं। जावित्री में कई आवश्‍यक शीघ्रवाष्‍पशील तेल (essential volatile oils) होते हैं जैसे कि सफ्रोल, मैरिस्टिकिन, एमिमिसिन, युजीनॉल और फिक्स्ड तेल ट्रिमिरीस्‍टीन (fixed oil trimyristine) बहुत ही स्‍वस्‍थ्‍य मसाले के रूप में होता है।

जावित्री के फायदे – Javitri ke fayde 

यदि आप जावित्री के फायदे से परिचित नहीं हैं तो कोई बात नहीं हम आपकी सहायता करेगें। इस लेख के माध्‍यम से आप जान पाएंगें कि जावित्री के फायदे क्‍या हैं। जीवाणु संक्रमण, अवसाद(Depression), दौरे और अन्‍य समस्‍याओं के लिए जावित्री का उपयोग किया जाता है। जावित्री का उपयोग विभिन्‍न प्रकार की दवाओं में भी किया जाता है।

पाचन के लिए जावित्री मसाला के फायदे – Javitri masala for Digestion 

यदि आपका पाचन तंत्र खराब है तो आप इसे स्‍वस्‍थ्‍य बनाने के लिए जावित्री के फायदे का उपयोग किया जा सकता है। मैस एक उत्‍कृष्‍ट मसाला है जो कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ प्रदान करता है। यदि आप पाचन समस्‍याओं जैसे कि कब्‍ज (Constipation), गैस, पेट की सूजन आदि से ग्रसित हैं तो जावित्री का उपयोग करके आसानी से इनका इलाज कर सकते हैं। यह मल त्‍याग (bowel movements), पेट फूलना और दस्‍त को भी प्रभावी रूप से ठीक कर सकता है।

जावित्री के फायदे रक्‍त परिसंचरण के लिए – Mace Spice for Boost Blood Circulation 

मैस मसाले का एक और स्‍वास्‍थ्‍य लाभ रक्‍त परिसं‍चरण (blood circulation) को बढ़ावा देने की क्षमता है। जावित्री आपकी त्‍वचा और बालों को स्‍वस्‍थ रखने में मदद करता है और आपको अन्‍य संक्रमण और खतरों से बचाता है। रक्‍त परिसंचरण अच्‍छा होने से मधुमेह (diabetes) और अन्‍य दिल से संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करता है।

जावित्री के औषधीय गुण दांतो को स्‍वस्‍थ्‍य रखे – Javitri Benefits for Dental Health 

दांतों को स्‍वस्‍थ्‍य (Healthy Teeth) बनाने के लिए जावित्री का उपयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके साथ आप अपने मुंह की बदबू के उपचार के लिए भी इसका उपयोग कर सकते हैं। जावित्री के फायदे सभी प्रकार की दांत समस्‍याओं को दूर करने में मदद करते हैं। जावित्री मसाला दांतों और मसूढ़ों के दर्द को दूर करने का प्राकृतिक उपाय है और बहुत से दंत मंजनों में इसका उपयोग किया जाता है।

तनाव को दूर करने में जावित्री का उपयोग – Javitri for Stress Buster 

तनाव (Stress) एक ऐसी स्थिति है जिससे सभी लोग ग्रसित होते हैं और यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन आप इस तनाव को दूर करने के‍ लिए जावित्री का उपयोग कर सकते हैं। यह आपके तनाव और चिंता को समाप्‍त कर आपको शांति और आनंदित महसूस करने में मदद करती है। यह आपको मानसिक थकावट से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके साथ साथ यह आपकी मानसिक एकाग्रता (Concentration) को बढ़ाने में भी मदद करती है।

जावित्री के फायदे किडनी को स्‍वस्‍थ्‍य रखे – javitri Ke Fayde for Kidneys in Hindi

आप अपने गुर्दे को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के लिए जावित्री का उपभोग कर सकते हैं। इसमें गुर्दे की रक्षा करने की क्षमता होती है। यह आपके शरीर में गुर्दे के पत्‍थरों के विकास को रोकने में मदद करता है, और यदि आपको गुर्दे की पथरी (kidney stone) है तो यह उन्‍हें दूर करने में भी मदद करता है। गुर्दे के संक्रमण और अन्‍य संबंधित समस्‍याओं को दूर करने का जावित्री एक प्राकृतिक उपाय है।

मस्तिष्‍क स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जावित्री के लाभ – Javitri for Brain functions 

मस्तिष्‍क स्‍वास्‍थ्‍य (Brain health) को बढ़ावा देने और मस्तिष्‍क के कार्यों को उत्‍तेजित करना जावित्री के प्रमुख स्‍वास्‍थ्‍य लाभों में से एक है। मस्तिष्‍क स्‍वास्‍थ्‍य के लिए जावित्री के फायदे सिर्फ इतने ही नहीं है, बल्कि यह तंत्रिका मार्गों को भी स्‍वस्‍थ्‍य बनाता हैं क्‍योंकि इसमें माइरिस्टिन और मेकेलिग्‍न (myristicin and macelignan) होते हैं। साथ ही यह आपके संज्ञानात्‍मक कार्यों को बढ़ाने वाले तत्‍व होते हैं। इन्‍ही उपयोगिताओं के कारण जावित्री मस्तिष्कि के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होती है।

जावित्री बेनिफिट्स फॉर हार्ट हेल्थ– Javitri Benefits for Heart Health 

इस मसाले में पोटेशियम (potassium) की अच्‍छी मात्रा होती है जो हृदय को स्‍वस्‍थ्‍य बनाए रखने में मदद करती हैं। सभी प्रकार की कार्डियोवैस्‍कुलर समस्‍याओं को दूर करने के लिए यह सबसे अच्‍छा विकल्‍प है। यह मसाला वासोडिलेटर (vasodilator) के रूप में कार्य करता है और रक्‍त वाहिकाओं को आराम दिलाने में सहायक होता है। जावित्री के फायदे उच्‍च रक्‍तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी होते हैं जो पूरे शरीर में स्‍वस्‍थ्‍य रक्‍त परिसंचरण (blood circulation) बनाए रखता है। यदि आप उच्‍च रक्‍तचाप की समस्‍या से जूझ रहे हैं तो आप जावित्री का उपयोग कर सकते हैं।

जावित्री का इस्तेमाल त्‍वचा देखभाल के लिए – Javitri Uses for Skin Care 

जीवाणुरोधी और उपचार गुणों के कारण जावित्री के फायदे त्‍वचा से संबंधित समस्‍याओं को दूर करने के लिए जाने जाते हैं। जावित्री मसाले में एंटी-इंफ्लामैट्री, जीवाणुरोधी और पीड़ा दूर करने (soothing) वाले गुण अच्‍छी मात्रा में होते हैं। इन गुणों के कारण यह त्‍वचा की जलन को कम करने में मदद करता है और त्‍वचा कोशिकाओं को हाइड्रेट (hydrates) रखता है। यदि आप त्‍वचा से संबंधित परेशानियां जैसे कि मुँहासें, ब्‍लैकहेड आदि से परेशान हैं तो जावित्री का उपयोग कर आप इन समस्‍याओं को दूर कर सकते हैं।

सर्दी और खांसी से बचाने में जावित्री के लाभ – Javitri Spice Treat Cold and Cough 

इस मसाले का सेवन करने का एक और फायदा यह है‍ कि यह सर्दी और खांसी (Cold and Cough) से आपकी रक्षा करता है। इस मसाले का सेवन करने से यह फ्लू और वायरल बीमारियों से आपको बचाता है। इस मसाले में मौजूद गुणों के कारण यह आपके मस्ति‍ष्‍क, अस्‍थमा (asthma) और अन्‍य श्वसन संबंधी समस्‍याओं का उपचार करने में मदद करता है। यदि आप जावित्री के फायदे नहीं जानते थे, तो अब आप इसका उपयोग कर लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं।

जावित्री के उपयोग – Javitri Spice Uses 

भोजन को स्‍वादिष्‍ट बनाने वाले मसालों में जावित्री अपना विशेष स्‍थान रखती है, जो हमारे अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही महत्‍वपूर्ण होती है। आइए जाने जावित्री मसाले का उपयोग आप किस प्रकार कर सकते हैं।

मिठाई, फलों और सलाद, मफिन, केक और विभिन्‍न प्रकर के ब्रेड बनाने और इन्‍हें सजाने के लिए जावित्री मसाले का उपयोग किया जाता है।आप इसका उपयोग दूध वाली चाय या मसाला चाय बनाने के लिए भी कर सकते हैं। क्‍योंकि इसका स्‍वाद जायफल या लाल मिर्च की तरह ही होता है।अचार, केचप, करी और सॉस बनाते समय जावित्री मसाले का उपयोग किया जा सकता है।विभिन्‍न प्रकार की स्‍वादिष्‍ट सब्जी को बनाने के लिए जावित्री का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है।स्‍वादिष्‍ट मैश किए हुए आलू, शोरबा, सूप और चावल या पुलाव बनाते समय जावित्री का उपयोग करें।

जावित्री के नुकसान – javitri ke Nuksan 

यह एक आयुर्वेदिक औषधी और मसाला है जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। लेकिन यदि इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है तो यह आपके लिए असुरक्षित भी हो सकता है। अधिक मात्रा में जावित्री का सेवन करने पर यह एक गर्भवती महिला में गर्भापात या नवजात जन्‍म दोष का कारण बन सकता है। जावित्री का अधिक मात्रा में सेवन करना स्‍तनपान कराने वाली (Breastfeeding ) माताओं के लिए खतरा बन सकता है।

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