ज़फ़रनामा की राष्ट्रवादी समीक्षा :
====================
“भारत में पत्रों की कहानी अर्चिता की जुबानी” कॉलम के अंतर्गत इस कॉलम के दूसरे चरण की शुरुआत मैने युवाओं के चरित्र निर्माण को ध्यान मे रखते हुए कुछ आदर्श ऐतिहासिक पत्रों की स्वस्थ समीक्षा के साथ आरम्भ किया है जिसके अन्तरगत मेरे आज के ऐतिहासिक पत्र का मौजू है 1706 मे खिदराना युद्ध के बाद ज़फ़रनामा के नाम से दसम गुरू गोविंद सिंह जी महराज द्वारा औरंगज़ेब को लिखे गए विजय पत्र की मेरे द्वारा की गयी “राष्ट्रवादी समीक्षा ” का भाग दो ! ऐतिहासिक पत्र “ज़फ़रनामा” पर मेरे द्वारा कुछ विशेष लिखने का आग्रह मेरे रेगुलर पाठकों ने किया है !
=================================
Comments
Post a Comment