बाल दिवस की बधाई.... हमारे बच्चे हमसे बहुत आगे जा सकते हैं बशर्ते दूसरों से आगे निकलने की होड़ और भौतिक तरक़्क़ी की आपाधापी में हम यह याद रखें कि हम अपने बच्चों एवं आने वाली पीढ़ियों-के लिए क्या छोड़कर जाएँगे. ग़रीबी, बदहाली, बेरोज़गारी,बाहरी और अंदरूनी कचरा, शोषण और अत्याचार या फिर अमन-चैन, ख़ुशहाली, भाईचारा और प्रेम...??
बाल दिवस की बधाई....
हमारे बच्चे हमसे बहुत आगे जा सकते हैं बशर्ते दूसरों से आगे निकलने की होड़ और भौतिक तरक़्क़ी की आपाधापी में हम यह याद रखें कि हम अपने बच्चों एवं आने वाली पीढ़ियों-के लिए क्या छोड़कर जाएँगे. ग़रीबी, बदहाली, बेरोज़गारी,बाहरी और अंदरूनी कचरा, शोषण और अत्याचार या फिर अमन-चैन, ख़ुशहाली, भाईचारा और प्रेम...??
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