तुम मुझे भूल भी जाओ तो हक है तुमको.... मेरी बात और है, मैने तो मोहब्बत की है....।। आग की लपट को तो आग की लपट से पकड़ना होता है, जो महज एक कला है...वह व्यक्ति को वस्तु बना देती है... लेकिन उसमें इश्क शामिल हो जाए तो वह वस्तु को व्यक्ति बना देता है.....। आगे और भी है......... कलम का कर्म कई तरह का होता है.... वह बचकाना ख्यालों से निकले तो गंदा पानी हो जाता है.... सिर्फ पैसे की कामना से निकले तो नकली माल हो जाता है.... सिर्फ शोहरत की लालसा से आए तो कला का कलंक हो जाता है.... अगर किसी हुकूमत की खुशामत से निकले तो जाली सिक्का हो जाता है.... लेकिन अगर वह चिन्तन और साधना की ध्वनि बन जाए तो उसमें ख़ुदा का दीदार हो जाता है.....।। वक्त की सच्चाई से पहले जिंदगी से रु-ब-रु होने वाले "साहिर लुधियानवी" पहले शायर और फिर गीतकार बने... आज उनकी पुन्यतिथि है...विन्रम श्रद्धांजलि......💐💐💐 #sahirludhyanvi #amritapritam #साभार
तुम मुझे भूल भी जाओ तो हक है तुमको....
मेरी बात और है, मैने तो मोहब्बत की है....।।
आग की लपट को तो आग की लपट से पकड़ना होता है, जो महज एक कला है...वह व्यक्ति को वस्तु बना देती है... लेकिन उसमें इश्क शामिल हो जाए तो वह वस्तु को व्यक्ति बना देता है.....।
आगे और भी है.........
कलम का कर्म कई तरह का होता है....
वह बचकाना ख्यालों से निकले तो गंदा पानी हो जाता है....
सिर्फ पैसे की कामना से निकले तो नकली माल हो जाता है....
सिर्फ शोहरत की लालसा से आए तो कला का कलंक हो जाता है....
अगर किसी हुकूमत की खुशामत से निकले तो जाली सिक्का हो जाता है....
लेकिन अगर वह चिन्तन और साधना की ध्वनि बन जाए तो उसमें ख़ुदा का दीदार हो जाता है.....।।
वक्त की सच्चाई से पहले जिंदगी से रु-ब-रु होने वाले "साहिर लुधियानवी" पहले शायर और फिर गीतकार बने... आज उनकी पुन्यतिथि है...विन्रम श्रद्धांजलि......💐💐💐
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