पूरब की फिल्में हो या पश्चिम की बहुधा फिल्में मनोरंजन के लिए ही बनाई जाती है, पश्चिम की फिल्मों को भारत के पारंपरिक परिवारों में युवाओं को देखने की खुली आजादी नहीं मिलती चाहे 20 साल पहले का दौर हो अथवा वर्तमान दौर ! पाश्चात्य फिल्मों को देखने पर हमारे घरों में हमपर जो प्रतिबंध लगता रहा है उसकी मुख्य वजह पाश्चात्य फिल्मों में नग्नता का अधिक होना है ! लाख प्रतिबंध के बाद भी हम युवा छुप छुपा कर : टाइटैनिक, Conjuring 1, Conjuring 2, The Godfather, Forest Gump, Matrix, etcetera ...etcetera..etc.. इंग्लिश सिनेमा देख ही लेते हैं सच कहे तो कुछ 1 या 2 सिचुएशन के हिसाब से मांगे गए सीन के अलावा पाश्चात्य फिल्मों मे नग्नता कहीं थी ही नहीं ! लेकिन पूरब के हिंदी सिनेमा में बहुत सारी ऐसी फिल्में है जिन्हें आप परिवार के साथ क्या अकेले में भी बैठ कर देखना चाहे तो पूरी तरह भिन्ना जायेंगे ..उदाहरण स्वरूप वर्ष 2005 में बनी एक फिल्म का जिक्र करना उचित समझती हूं : Hindi movie - "Aashiq Banaya Aapne " यह फिल्म : इमरान हाशमी और तनुश्री दत्ता की एक ऐसी फिल्म है जिसे मैं अपने परिवार के साथ बैठकर देखने की कभी कल्पना भी नहीं कर सकती, और अकेले में कभी देखने की कोशिश किया तो नग्नता की अधिकता इतनी ज्यादा थी 20 मिनट बाद उबकाई ( Vomit ) आने लगी ! मैं भारद्वाज अर्चिता एक मिडिल क्लास परिवार के संस्कारों में जीने एवं संबंध रखने वाली सरल सीधी - सादी लड़की जो तनुश्री दत्ता की "आशिक बनाया आपने" फिल्म के कुछ एक सीन देखकर उल्टी ( Vomit )करने की स्थिति में आ गई हो, सोचिए आप सब की Me Too पर तनुश्री दत्ता का वक्तव्य आने के बाद तनुश्री को किस एंगिल एवं मानक पर ले जाकर खंगालना शुरू किया होगा मैंने ...?? एक बात साफ करना सही समझती हूं मैं : ना तनुश्री दत्ता मेरे रिश्ते में आती है, ना ही नाना पाटेकर ही मेरे रिश्ते में आते हैं, इसलिए मैं कोई लाग लपेट कर के यहां कुछ नहीं लिखूंगी, हां बिल्कुल साफगोई से एक सवाल पूछती हूं तनुश्री दत्ता से : : मैडम दत्ता आशिक बनाया आपने फिल्म आपने क्यों साइन किया ? : आशिक बनाया फिल्म साइन करने के पीछे क्या मजबूरी थी आपकी ? : मैं जानती हूं आपका जवाब होगा : वह मेरा प्रोफेशन है, और उसके लिए मुझे बाकायदा मेहनताना के रूप में बड़ा पैकेज अमाउंट भी मिला था, लेकिन : महारानी (Her Highness ) मैं आपको बताती चलूं "आशिक बनाया आपने " फिल्म में आपके ऊपर फिल्माए गए सीन के द्वारा जो नग्नता परोसी गई हम आम दर्शकों की नजर में वह भी आपके साथ एक चरम स्तर का शोषण ही था, इस शोषण में अंतर यह था कि : मैडम इसके लिए आपको बड़ा पैकेज मेहनताना देकर आप की मनमर्जी खरीद ली गई थी इसलिए आप इस फिल्म के डायरेक्टर के ऊपर Me too का आरोप नहीं लगाई क्योंकि पैसा मिलने के बाद कुछ भी करने से आपको कोई गुरेज परहेज नहीं है, ! मैडम मैं जानना चाहती हूं कि बड़े पैकेज अमाउंट पर खुद को सर्वांगीण Naked कर देने वाली हीरोइन को अचानक Publicly ( सार्वजनिक रूप से ) लाजवंती + छुईमुई बनने का खयाल कैसे आ गया ?? एक और सवाल मैडम दशकों तक अंडरग्राउंड रहने के बाद अचानक कहां से आपका यह अवतार, यह किरदार प्रकट हो उठा ?? जिसने मिडल क्लास परिवार के विश्वास को डगमगा कर रख दिया ! दस - दस साल पुराने मेरे दर्जनों राखी भाइयों ने यह कहते हुए अपना मैसेंजर डीएक्टिवेट कर दिया की बहन क्या पता फेसबुक ग्रुप की कोई लड़की हंसी मजाक में किए गए मेरे भूतपूर्व चैट को खुद को मशहूर करने का जरिया बना कर मेरी साफ-सुथरी छवि पर घड़ों कीचड़ उछाल जाए और बैठे-बिठाए मेरे स्वस्थ चरित्र का मटिया मेट कर दे, ! मैडम मशहूर होने के लिए कुछ भी ...?? मैडम दत्ता आप के चलते जिनके साथ सच में Me too होता है, होता था, या होगा, उन लड़कियों की बात पर भी कोई यकीन करने को तैयार नहीं होगा क्योंकि Me too की Brand Ambassador Tannu Shri Dutta है वही तनुश्री दत्ता जिन्हें मोटी रकम मेहनताना लेकर "आशिक बनाया आपने" फिल्म में खुद को Countless time नंगा कर देने से कोई गुरेज नहीं हुआ था कभी !! ================================== कलम से : भारद्वाज अर्चिता blogger & content writer

पूरब की फिल्में हो या पश्चिम की बहुधा फिल्में मनोरंजन के लिए ही बनाई जाती है, पश्चिम की फिल्मों को भारत के पारंपरिक परिवारों में युवाओं को देखने की खुली आजादी नहीं मिलती चाहे 20 साल पहले का दौर हो अथवा वर्तमान दौर ! पाश्चात्य फिल्मों को देखने पर हमारे घरों में हमपर जो प्रतिबंध लगता रहा है उसकी मुख्य वजह पाश्चात्य फिल्मों में नग्नता का अधिक होना है !
लाख प्रतिबंध के बाद भी हम युवा छुप छुपा कर :

टाइटैनिक,
Conjuring 1,
Conjuring 2,
The Godfather,
Forest Gump,
Matrix,
etcetera ...etcetera..etc..
इंग्लिश सिनेमा देख ही लेते हैं सच कहे तो कुछ 1 या 2 सिचुएशन के हिसाब से मांगे गए सीन के अलावा पाश्चात्य फिल्मों मे नग्नता कहीं थी ही नहीं ! लेकिन पूरब के हिंदी सिनेमा में बहुत सारी ऐसी फिल्में है जिन्हें आप परिवार के साथ क्या अकेले में भी बैठ कर देखना चाहे तो पूरी तरह भिन्ना जायेंगे ..उदाहरण स्वरूप वर्ष 2005 में बनी एक फिल्म का जिक्र करना उचित समझती हूं :
Hindi movie - "Aashiq Banaya Aapne "
यह फिल्म : इमरान हाशमी और तनुश्री दत्ता की एक ऐसी फिल्म है जिसे मैं अपने परिवार के साथ बैठकर देखने की कभी कल्पना भी नहीं कर सकती, और अकेले में कभी देखने की कोशिश किया तो नग्नता की अधिकता इतनी ज्यादा थी 20 मिनट बाद उबकाई (  Vomit )  आने लगी !
मैं भारद्वाज अर्चिता एक मिडिल क्लास परिवार के संस्कारों में जीने एवं संबंध रखने वाली सरल सीधी - सादी लड़की जो तनुश्री दत्ता की "आशिक बनाया आपने" फिल्म के कुछ एक सीन देखकर उल्टी ( Vomit )करने की स्थिति में आ गई हो, सोचिए आप सब की Me Too पर तनुश्री दत्ता का वक्तव्य आने के बाद तनुश्री को किस एंगिल एवं मानक पर ले जाकर खंगालना शुरू किया होगा मैंने ...??
एक बात साफ करना सही समझती हूं मैं : ना तनुश्री दत्ता मेरे रिश्ते में आती है, ना ही नाना पाटेकर ही मेरे रिश्ते में आते हैं, इसलिए मैं कोई लाग लपेट कर के यहां कुछ नहीं लिखूंगी, हां बिल्कुल साफगोई से एक सवाल पूछती हूं तनुश्री दत्ता से :
: मैडम दत्ता आशिक बनाया आपने फिल्म आपने क्यों साइन किया ?
: आशिक बनाया फिल्म साइन करने के पीछे क्या मजबूरी थी आपकी ?
: मैं जानती हूं आपका जवाब होगा : वह मेरा प्रोफेशन है, और उसके लिए मुझे बाकायदा मेहनताना के रूप में बड़ा पैकेज अमाउंट भी मिला था, लेकिन : महारानी (Her Highness ) मैं आपको बताती चलूं "आशिक बनाया आपने " फिल्म में आपके ऊपर फिल्माए गए सीन के द्वारा जो नग्नता परोसी गई हम आम दर्शकों की नजर में वह भी आपके साथ एक चरम स्तर का शोषण ही था, इस शोषण में अंतर यह था कि : मैडम इसके लिए आपको बड़ा पैकेज मेहनताना देकर आप की मनमर्जी खरीद ली गई थी इसलिए आप इस फिल्म के डायरेक्टर के ऊपर Me too का आरोप नहीं लगाई क्योंकि पैसा मिलने के बाद कुछ भी करने से आपको कोई गुरेज परहेज नहीं है, !
मैडम मैं जानना चाहती हूं कि बड़े पैकेज अमाउंट पर खुद को सर्वांगीण Naked कर देने वाली हीरोइन को अचानक Publicly ( सार्वजनिक रूप से ) लाजवंती + छुईमुई बनने का खयाल कैसे आ गया ??
एक और सवाल मैडम दशकों  तक अंडरग्राउंड रहने के बाद अचानक कहां से आपका यह अवतार, यह किरदार प्रकट हो उठा ??
जिसने मिडल क्लास परिवार के विश्वास को डगमगा कर रख दिया ! दस - दस साल पुराने मेरे दर्जनों राखी भाइयों ने यह कहते हुए अपना मैसेंजर डीएक्टिवेट कर दिया की बहन क्या पता फेसबुक ग्रुप की कोई लड़की हंसी मजाक में किए गए मेरे भूतपूर्व चैट को खुद को मशहूर करने का जरिया बना कर मेरी साफ-सुथरी छवि पर घड़ों कीचड़ उछाल जाए और बैठे-बिठाए मेरे स्वस्थ चरित्र का मटिया मेट कर दे, ! मैडम मशहूर होने के लिए कुछ भी ...??
मैडम दत्ता आप के चलते जिनके साथ सच में Me too होता है, होता था, या होगा, उन लड़कियों की बात पर भी कोई यकीन करने को तैयार नहीं होगा क्योंकि Me too की Brand Ambassador Tannu Shri Dutta है वही तनुश्री दत्ता जिन्हें मोटी रकम मेहनताना लेकर "आशिक बनाया आपने" फिल्म में खुद को Countless time नंगा कर देने से कोई गुरेज नहीं हुआ था कभी !!
================================== 
कलम से :
भारद्वाज अर्चिता
blogger & content writer

Comments

Popular posts from this blog

“ सब धरती कागद करूँ , लेखनी सब बनराय । सात समुद्र की मसि करूँ , गुरु गुण लिखा न जाय ।” भावार्थ :- यदि सारी धरती को कागज़ मान लिया जाए , सारे जंगल - वनों की लकड़ी की कलम बना ली जाए तथा सातों समुद्र स्याही हो जाएँ तो भी हमारे द्वारा कभी हमारे गुरु के गुण नहीं लिखे जा सकते है ।हमारे जीवन मे हमारे गुरु की महिमा सदैव अनंत होती है अर्ची, गुरु का ज्ञान हमारे लिए सदैव असीम और अनमोल होता है । इस जगत मे बहुत कम ऐसे गुरू हुए है जिनको उनकी अपनी सफलता के साथ साथ ही उनके अपने शिष्य की सफलता से पहचान मिली हो ऐसे ही भाग्यशाली गुरू रहे है “रमाकान्त आचरेकर” जिन्हे पूरी दुनिया सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट कोच “ क्रिकेट गुरू ” के रूप मे जानती है और इसी रूप मे ही सदैव याद भी रखना चाहती है ! ईश्वर के साम्राज्य मे पहुँचने पर आज गुरू आचरेकर का स्वागत नाराण ने निश्चित तौर पर यही कह कर किया होगा “ क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के गुरू रमाकान्त आचरेकर जी आईए आपका स्वागत है !!” दिवंगत आचरेकर जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि !! ================================ Bhardwaj@rchita 03/01/2019

माँ सीता के द्वारा माँ पार्वती स्तुति अयोध्याकाण्ड जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी।। जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनि दुति गाता।। नहिं तव आदि मध्य अवसाना। अमित प्रभाउ बेदु नहिं जाना।। भव भव विभव पराभव कारिनि। बिस्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।। [दोहा] पतिदेवता सुतीय महुँ, मातु प्रथम तव रेख। महिमा अमित न सकहिं कहि, सहस सारदा सेष।।235।। सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायिनी पुरारि पिआरी।। देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।। मोर मनोरथु जानहु नीकें। बसहु सदा उर पुर सबहिं कें।। कीन्हेउँ प्रगट न कारन तेहीं। अस कहि चरन गहे बैदेहीं।। बिनय प्रेम बस भई भवानी। खसी माल मूरति मुसुकानी।। सादर सियँ प्रसादु सिर धरेऊ। बोली गौरि हरषु हियँ भरेऊ।। सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।। नारद बचन सदा सुचि साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा।। [छंद] मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु, सहज सुंदर साँवरो। करुना निधान सुजान सीलु, सनेहु जानत रावरो।। एहि भाँति गौरि असीस सुनि सिय, सहित हियँ हरषीं अली। तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि, मुदित मन मंदिर चली।। [सोरठा] जानि गौरि अनुकूल सिय, हिय हरषु न जाइ कहि। मंजुल मंगल मूल, बाम अंग फरकन लगे।।

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः गुरु ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता) के समान हैं. गुरु विष्णु (संरक्षक) के समान हैं. गुरु प्रभु महेश्वर (विनाशक) के समान हैं. सच्चा गुरु, आँखों के समक्ष सर्वोच्च ब्रह्म है अपने उस एकमात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करती हूँ, कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं !! साभार : भारद्वाज अर्चिता