अस्त हो गया आधुनिक हिन्दी आलोचना संसार का एक नक्षत्र अर्ची ! नानू प्रो० केदार नाथ सिंह के जाने के कुछ माह बाद आदरणीय विष्णु खरे जी का जाना हिन्दी साहित्य जगत की स्वस्थ्य आलोचना विधा का कभी न भरने वाला खालीपन है ! श्रद्धेय विष्णु खरे जी की भौतिक संसार से दैहिक चिर विदाई पर एक कलमकार की अश्रुपूरित श्रद्धांजलि....!! नमन हुतात्मा ! कोटि-कोटि नमन ! ================================= भारद्वाज अर्चिता 19/09/2018
अस्त हो गया आधुनिक हिन्दी आलोचना संसार का एक नक्षत्र अर्ची ! नानू प्रो० केदार नाथ सिंह के जाने के कुछ माह बाद आदरणीय विष्णु खरे जी का जाना हिन्दी साहित्य जगत की स्वस्थ्य आलोचना विधा का कभी न भरने वाला खालीपन है !
श्रद्धेय विष्णु खरे जी की भौतिक संसार से दैहिक चिर विदाई पर एक कलमकार की अश्रुपूरित श्रद्धांजलि....!!
नमन हुतात्मा !
कोटि-कोटि नमन !
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भारद्वाज अर्चिता
19/09/2018
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