{{ सवर्ण वर्ग दलित तुम कौन देश के वासी ?? }}

{{ सवर्ण वर्ग दलित तुम कौन देश के वासी ??? }}
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Mr Prime Minister of India : आपसे सवाल है इस देश के एक आम नागरिक के कुछ खास सवाल, यथा :
“अगर कोई सबल दलित SC/ST एक्ट का दुरुपयोग करके किसी निर्बल सवर्ण को बिना किसी कारण फसाने में दोषी पाया गया तो उस दलित को कौन सी सज़ा मिलेगी श्रीमान जी ??
@NarendraModi जी क्या इसके लिए भी कोई एक्ट है आपके पास ?
देश के वर्तमान सरकार के Gazetteer के हिसाब से भारत का वह कौन सा भौगोलिक भूभाग है जहां सवर्ण दलित नही मौजूद हैं ? फिर सवर्ण दलितों के साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों महोदय ???
महोदय इस देश की नागरिक होने के के नाते यह जानने का मेरा पूरा हक है कि : आपकी नजर में दलित होने के मानक क्या तय है ? और 2014 से अब तक हमारे देश में सवर्ण दलितों की संख्या कितनीं है ??
महोदय ! एक देश एक कानून क्या यह बस जुमले भर के लिए ही है ?? 
क्या सिर्फ एक ख़ास वर्ग ही इस देश मे दलितों की श्रेणी में आता है ??
क्या सवर्णों में दलित नही होते हैं ??
क्या सवर्ण दलितों को आरक्षण देने की जरूरत नही है इस देश में ???
क्या वर्तमान सरकार इस बात की जिम्मेदारी ले सकती है कि : इस एक्ट के बाद कोई भी निर्दोष दलित सवर्ण इस एक्ट में नहीं फसाया जाएगा ??
महोदय क्या आपको नही लगता यह एक्ट भारतीय संविधान के भाग - 3 मौलिक अधिकार ( अनुच्छेद 12 से अनुच्छेद 35 ) के अंतर्गत वर्णित एवम प्रदत्त मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21 काहनन है इसलिए मा०सुप्रीम कोर्ट को ऐसे किसी भी संशोधन विधेयक को असंवैधानिक व संविधान की मूल भावना के विरूद्ध होने की वजह से रद्द कर देना चाहिए!
क्या आपके इस SC/ST एक्ट में क्या यह भी तय किया गया है कि : “ यदि कोई वर्ग विशेष हर प्रारूप में पिछड़ा हो तो उसे आरक्षण देकर कितने वर्षों में उस वर्ग की दशा सुधारी जा सकती है ? 5, 10, 20, 40, 70 वर्षों में या अनन्त काल में?
क्या कोई आयाम, कोई परिपाटी है इसके आकलन का अगर हां तो  उपलब्ध कराईए !
मैं कहने को विवश हूं आज निराश किया है मोदी सरकार ने, शायद कांग्रेस से भी बदतर निकली Vote Bank बढाने के मामले में ! क्योंकि कहीं न कहीं यह SC/ST Act 2019 चुनाव Targeted है !
हम लोग उम्मीद लगाए बैठे थे कि : गैस सब्सिडी की तरह ही दलित पॉलिसी भी साफ सुथरे तरीके से लागू करवाएगी बीजेपी सरकार ! और देश के हर उस  जाति धर्म के गरीब लोगों को इस पॉलिसी का लाभ मिलेगा जो आय के आधार पर दलित होने के मानक पर खरे उतरते हैं चाहे जाति उनकी कोई भी हो, कुछ भी हो , 
इस बात का इंतेजार पूरे देश को था कि : बीजेपी अमीर दलितों से अपील करेगी SC/ST का लाभ अपने उन तमाम दलित सवर्ण भाईयों के लिए छोड़ने का जिनके जीवन यापन एवं जीवकोपार्जन का साधन इस देश में केवल दिहाड़ी मजदूरी ही है !
लेकिन सरकार की दलित पॉलिसी एक बार फिर ढांक के तीन पात साबित हो गयी, इस  SC/ST Act ने देश के सवर्ण एवम दलित वर्ग के बीच गहरी खाई खोदने का कार्य किया है !
जिस Act के आने पर देश के एक बहुत बड़े तबके में असंतोष एवम विद्रोह के भाव उभर रहे हों उस Act के लिए अर्ची तुम्हारी कलम कैसे लिख सकती थी आज “जय हो ” !???
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मेरे कॉलम विशेष “जय हो” के अंतर्गत मेरा प्रथम प्रयोग, प्रथम लेख, अपने सुधि पाठकों के लिए !!

कलम से :
भारद्वाज अर्चिता
09919353106

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माँ सीता के द्वारा माँ पार्वती स्तुति अयोध्याकाण्ड जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी।। जय गजबदन षडानन माता। जगत जननि दामिनि दुति गाता।। नहिं तव आदि मध्य अवसाना। अमित प्रभाउ बेदु नहिं जाना।। भव भव विभव पराभव कारिनि। बिस्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।। [दोहा] पतिदेवता सुतीय महुँ, मातु प्रथम तव रेख। महिमा अमित न सकहिं कहि, सहस सारदा सेष।।235।। सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायिनी पुरारि पिआरी।। देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।। मोर मनोरथु जानहु नीकें। बसहु सदा उर पुर सबहिं कें।। कीन्हेउँ प्रगट न कारन तेहीं। अस कहि चरन गहे बैदेहीं।। बिनय प्रेम बस भई भवानी। खसी माल मूरति मुसुकानी।। सादर सियँ प्रसादु सिर धरेऊ। बोली गौरि हरषु हियँ भरेऊ।। सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।। नारद बचन सदा सुचि साचा। सो बरु मिलिहि जाहिं मनु राचा।। [छंद] मनु जाहिं राचेउ मिलिहि सो बरु, सहज सुंदर साँवरो। करुना निधान सुजान सीलु, सनेहु जानत रावरो।। एहि भाँति गौरि असीस सुनि सिय, सहित हियँ हरषीं अली। तुलसी भवानिहि पूजि पुनि पुनि, मुदित मन मंदिर चली।। [सोरठा] जानि गौरि अनुकूल सिय, हिय हरषु न जाइ कहि। मंजुल मंगल मूल, बाम अंग फरकन लगे।।

गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वरः गुरुः साक्षात्परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः गुरु ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता) के समान हैं. गुरु विष्णु (संरक्षक) के समान हैं. गुरु प्रभु महेश्वर (विनाशक) के समान हैं. सच्चा गुरु, आँखों के समक्ष सर्वोच्च ब्रह्म है अपने उस एकमात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करती हूँ, कोटि-कोटि प्रणाम करती हूं !! साभार : भारद्वाज अर्चिता