जीवन क्षणभंगुर अर्ची केवल मृत्यु अटल है, कर्म करे तयं : यहां कौन मरेगा ! कौन अमर है ! कर्म अटल है, कर्म अटल इस नश्वर जग में सब मृत्यु प्रयाय, केवल कर्म अटल है , और : अटल कभी मरता नहीं ! ============================= जा तो रहे हो महामानव पर जल्दी लौटना तुम्हारे बिना देश अनाथ जैसा लगने लगा है ! विनम्र श्रद्धांजलि मां भारती के हृदय हार !
जीवन क्षणभंगुर अर्ची
केवल मृत्यु अटल है,
कर्म करे तयं : यहां
कौन मरेगा ! कौन अमर है !
कर्म अटल है, कर्म अटल
इस नश्वर जग में
सब मृत्यु प्रयाय,
केवल कर्म अटल है ,
और : अटल कभी मरता नहीं !
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जा तो रहे हो महामानव पर जल्दी लौटना
तुम्हारे बिना देश अनाथ जैसा लगने लगा है !
विनम्र श्रद्धांजलि मां भारती के हृदय हार !
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