29 की उम्र में शहीद हुए मेजर कौस्तुभ प्रकाश राणे को पूरे सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई : ====================== सोर्सों के आधार पर आईए जानते हैं राष्ट्र की बलि बेदी पर साहस के साथ देश रक्षार्थ मर मिटने वाले इस अमर रणबांकुरे के बारे में :

29 की उम्र में शहीद हुए मेजर कौस्तुभ प्रकाश राणे को पूरे  सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई :
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सोर्सों के आधार पर आईए जानते हैं राष्ट्र की बलि बेदी पर साहस के साथ देश रक्षार्थ मर मिटने वाले अपने इस अमर रणबांकुरे के बारे में :
मुंम्बई ! मीरा रोड निवासी 29 साल के मेजर कौस्तुभ प्रकाश राणे मंगलवार को कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। वीरता से उन्होंने देश की सेवा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए, लोगों ने वीर की अंतिम यात्रा को मिसाल बना दिया। हजारों की भीड़ और जिस पथ से कौस्तुभ को अपनी अंतिम यात्रा पूरी करनी थी, वह फूलों से सजा था।‘मेजर कौस्तुभ राणे अमर रहें’, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के बीच सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पिता प्रकाश राणे ने कहा- ‘मेरा बेटा देश के काम आया है। वह बहादुरी दिखाकर शहीद हुआ।’ मुझे अपने इकलौते बेटे पर गर्व है। कौस्तुभ का ढाई साल का बेटा है।
वहीं, मेजर कौस्तुभ की पत्नी कनिका को अपने पति की शहादत पर गर्व हो रहा था। वह वर्ष 2008 में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुए। वर्ष 2011 में कैप्टन और इसी वर्ष मेजर बने थे। मेजर कौस्तुभ को इसी 26 जनवरी को सेना सम्मान मिला था।
राणे परिवार मूलतः कोंकण के वैभववाड़ी का रहने वाला है। हालांकि, मेजर कौस्तुभ ठाणे में ही पले-बढ़े। मेजर कौस्तुभ की शुरुआती शिक्षा मीरा रोड के होली क्रॉस स्कूल से हुई।
जूनियर कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने मीरा रोड के रावल कॉलेज से पूरी की। मेजर ने पुणे से कंप्यूटर एप्लिकेशन में ग्रेजुएशन किया था। पिता प्राइवेट कंपनी से रिटायर हुए हैं। वहीं मां ज्योति प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थीं।
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपोर जिले के गुरेज सेक्टर में आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। मुठभेड़ में मेजर सहित सेना के 4 जवान शहीद हुए साथ ही सेना ने भी चार आतंकियों को मार गिराया।
मुठभेड़ सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को गोविंद नाला में हुई थी। शहीद जवानों में मेजर के अलावा हवलदार जेमी सिंह, विक्रमजीत और राइफलमैन मनदीप शामिल हैं।
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मरा नही वही कि जो जिया न आपके लिए !
विनम्र श्रद्धांजलि !
जय हो !

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