मात्र 55 की उम्र में दिल के दौरे से दैनिक भास्कर के ग्रुप एडीटर कल्पेश याग्निक की मौत !
यह बहुत ही खांटी सत्य है अर्ची !
इसमें कुछ नया नही है ! एक सम्पादक की जिन्दगी का 80 प्रतिशत हिस्सा न्यूजरूम के चक्रव्यूह में ही गुजर जाता है, अपनी और अपने परिवार की खबरों से कटा हुआ यह बेखबर प्राणी बस खबर, खबर, खबर, करते - करते खुद एक दिन खबर बन कर हम सब को स्तब्ध कर जाता है !
नम आंखों एवम भारी मन से अपने आदरणीय को श्रद्धांजलि !!
Comments
Post a Comment